मैं जो गाऊँ तुझे छू जाए -3
कोई तो ऐसा सुर लग जाए -2
मैं जो गाऊँ तुझे छू जाए
कोई तो ऐसा सुर लग जाए
मै जो नाचूँ तू ताल मिलाए -2
पग एसी घुंघरू बँध जाए
मैं जो नाचूँ तू ताल मिलाए
पग एसी घुंघरू बँध जाए
जो चढ़ाऊँ तुझे मिल जाए -2
कोई तो ऐसा गुल खिल जाए
जो चढ़ाऊँ तुझे मिल जाए
कोई तो ऐसा गुल खिल जाए
मैं जो हँस दूँ तू मुरली बजाए -2
ऐसा भी कोई सुख मिल जाए
मैं जो हँस दूँ तू मुरली बजाए
ऐसा भी कोई सुख मिल जाए
मैं जो रो दूँ तू आँसू बहाए -2
कोई तो ऐसा गम मिल जाए
मैं जो रो दूँ तू आँसू बहाए
कोई तो ऐसा गम मिल जाए
हर कर्म में तुझको ही ध्याए -2
शायद कभी तू मिल जाए
हर कर्म में तुझको ही ध्याए
शायद कभी तू मिल जाए
मेरा जीवन सफल बन जाए
मेरी भक्ति को फल मिल जाए
चित मेरा भी चैन को पाए
चरणों की तेरी धूल मिल जाए
चरणों की तेरी धूल मिल जाए
मेरा जीवन सफल बन जाए
चरणों की तेरी धूल मिल जाए
मैं जो गाऊँ तुझे छू जाए -3
कोई तो ऐसा सुर लग जाए -2
मैं जो गाऊँ तुझे छू जाए
कोई तो ऐसा सुर लग जाए
कोई तो ऐसा सुर लग जाए
जय श्री कृष्णा
#आँचल
कोई तो ऐसा सुर लग जाए -2
मैं जो गाऊँ तुझे छू जाए
कोई तो ऐसा सुर लग जाए
मै जो नाचूँ तू ताल मिलाए -2
पग एसी घुंघरू बँध जाए
मैं जो नाचूँ तू ताल मिलाए
पग एसी घुंघरू बँध जाए
जो चढ़ाऊँ तुझे मिल जाए -2
कोई तो ऐसा गुल खिल जाए
जो चढ़ाऊँ तुझे मिल जाए
कोई तो ऐसा गुल खिल जाए
मैं जो हँस दूँ तू मुरली बजाए -2
ऐसा भी कोई सुख मिल जाए
मैं जो हँस दूँ तू मुरली बजाए
ऐसा भी कोई सुख मिल जाए
मैं जो रो दूँ तू आँसू बहाए -2
कोई तो ऐसा गम मिल जाए
मैं जो रो दूँ तू आँसू बहाए
कोई तो ऐसा गम मिल जाए
हर कर्म में तुझको ही ध्याए -2
शायद कभी तू मिल जाए
हर कर्म में तुझको ही ध्याए
शायद कभी तू मिल जाए
मेरा जीवन सफल बन जाए
मेरी भक्ति को फल मिल जाए
चित मेरा भी चैन को पाए
चरणों की तेरी धूल मिल जाए
चरणों की तेरी धूल मिल जाए
मेरा जीवन सफल बन जाए
चरणों की तेरी धूल मिल जाए
मैं जो गाऊँ तुझे छू जाए -3
कोई तो ऐसा सुर लग जाए -2
मैं जो गाऊँ तुझे छू जाए
कोई तो ऐसा सुर लग जाए
कोई तो ऐसा सुर लग जाए
जय श्री कृष्णा
#आँचल
वाह!!सुंंदर!!
ReplyDeleteअति आभार शुभ दिवस
Deleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteअति आभार दीदी जी
Deleteशुभ दिवस 🙇
सुन्दर
ReplyDeleteअति आभार दीदी जी
Deleteमनमोहक रचना
ReplyDeleteधन्यवाद दीदी जी
Deleteबहुत सुंदर भजन समर्पित मन की मनोकामनाएं।
ReplyDeleteअति आभार दीदी जी शुभ संध्या 🙇
Deleteबहुत सुंदर भजन......
ReplyDeleteसाँवरिया जो तेरा दीदार हो जाये, प्यास मिटे नैनो की,और उद्धार हो जाये
वाह बहुत सुंदर कहा आपने अति आभार धन्यवाद आदरणीय नवीन जी सुप्रभात
Deleteमैं जो हँस दूँ तू मुरली बजाए
ReplyDeleteऐसा भी कोई सुख मिल जाए
मैं जो रो दूँ तू आँसू बहाए -
कोई तो ऐसा गम मिल जाए--
रूहानी प्रेम की पराकाष्ठा को इंगित करती मर्मस्पर्शी रचना | प्रेम वही है जहाँ मैं और तू के भाव मिट जाते है | सस्नेह --
जी बिलकुल सत्य कहा आपने जहाँ मै और तू ना हो वही प्रेम है
Deleteइतनी मनमोहक और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आभार सुप्रभात 🙇
अतिसुन्दर भजन....
ReplyDeleteवाह!!!
अति आभार सुधा जी
Deleteसुंदर भजन....पसंद आया
ReplyDeleteआपकी सराहना ने हमारी पंक्तियों का मान बढ़ा दिया हृदयतल से आभार
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