बस यही प्रयास कि लिखती रहूँ मनोरंजन नहीं आत्म रंजन के लिए
हरि हरि बोल !
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वाह!ईष्ट के प्रति समर्पण का बखान करती मनमोहक रचना.बधाई एवं शुभकामनाएँ.लिखते रहिए.
भक्ति भाव पूर्ण सुंदर प्रस्तुति।
बहुत सुंदर सृजन
भक्ति में समर्पित भाव अत्यंत सुंदर रचना।सस्नेह।
बहुत सुन्दर
लाजवाब प्रस्तुति...भक्ति भाव मय।
हरि हरि बोल !
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ReplyDeleteवाह!ईष्ट के प्रति समर्पण का बखान करती मनमोहक रचना.
ReplyDeleteबधाई एवं शुभकामनाएँ.
लिखते रहिए.
भक्ति भाव पूर्ण सुंदर प्रस्तुति।
ReplyDeleteबहुत सुंदर सृजन
ReplyDeleteभक्ति में समर्पित भाव अत्यंत सुंदर रचना।
ReplyDeleteसस्नेह।
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteलाजवाब प्रस्तुति...
ReplyDeleteभक्ति भाव मय।