विष्णु प्रिया हे चंचला
भुवनेश्वरी हे हिरण्मयी
वसुधारिणी हे पद्मिनी
स्वधा,सुधा,स्वाहा हो तुम
वाची,शुचि,श्रद्धा हो तुम
तुम ही तो प्रेम-प्रकाश स्रोत
माँ प्रकृति का स्वरूप तुम
वसुप्रदा हे चतुर्भुजा
करुणामयी हे यशदायिनी
कामाक्षी हे पद्मासिनी
सुरभि,विधि,क्षमा हो तुम
विद्या,विधा,वसुधा हो तुम
तुम ही तो शृंगार माँ
और दुर्जनो का संघार तुम
उदधि सुता हे अंबुजा
भृगु नंदिनी हे अंबिका
अन्नपूर्णा हे श्री,मोहिनी
रंग,राग,धर्म,ममता हो तुम
परम पुरुष की क्षमता हो तुम
कोटिक नमन नारायणी
कमल नयन की कमला हो तुम
#आँचल
वाह!
ReplyDeleteशानदार!
शब्द-विन्यास और शब्द-चयन ने रचना को विशिष्ट श्रेणी की रचना में शुमार कर दिया है.
संस्कृतनिष्ठ कोमलकांत पदावली ने कवयित्री कविता तिवारी जी द्वारा सृजित और वाचित बहुचर्चित प्रभु वंदना की याद दिला दी है.
बहुत सुन्दर सृजन.
बधाई एवं शुभकामनाएँ.
लिखते रहिए
आदरणीय सर हमने तो बस छोटा सा प्रयास किया था कि हमेशा नारायण के लिए लिखती हूँ आज उनके लिए लिखूँ जो नारायण को अति प्रिय हैं पर आपने तो हमारे प्रयास को फ़र्श से अर्श पर पहुँचा दिया। आदरणीय कवयित्रि कविता दीदी जी जैसा लिख पाने का तो हम बस ख्वाब ही देख सकते हैं पर हमारी पंक्तियाँ से आपको आदरणीया कविता दीदी जी की रचना याद आयी तो इसे हम माँ भगवती नारायणी की कृपा और आपका आशीष मानेंगे।
ReplyDeleteआदरणीय सर आपको ये बताते हुए हमे अत्याधिक गर्व महसूस हो रहा है कि हमने भी उसी स्कूल से शिक्षा ग्रहण की है जहाँ से आदरणीया कविता दीदी जी ने और इनका प्रथम परिचय हमे तब मिला था जब इन्हें स्कूल के एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था।
आदरणीय सर आपकी उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया ने मेरी रचना का खूब मान बढ़ा दिया। बहुत बहुत आभार। सादर नमन।
आपके चयन ने आपकी रचना में चार चाँद लगा दिया!
ReplyDeleteऔर आपकी प्यारी सी प्रतिक्रिया ने चाँद की चाँदनी बनकर मेरी पंक्तियों की शोभा बढ़ा दी
Deleteबहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया नानी जी
सादर नमन शुभ रात्रि
आपके शब्द चयन ने आपकी रचना में चार चाँद लगा दिया
ReplyDeleteQuite pious
ReplyDeletethank you so much ma'am for your lovely words
Deletegood night sweet dreams
वाह सुंदर भक्ति भाव से पूर्ण पावन स्तुति, सुंदर शब्द विन्यास पवित्र ऋचाएं जैसे ।
ReplyDeleteवाह वाह।
जब लिखा था तब असंतुष्ट थी की शायद अच्छा नही है पर अब आप लोगों का इतना आशीष मिल गया तो लग रहा है कि ठीक ही लिखा है। उत्साहवर्धन करती आपकी सुंदर प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार आदरणीया दीदी जी
ReplyDeleteसादर नमन
बहुत सुंदर नारायणी वन्दना
ReplyDeleteभक्ति भाव से परिपूर्ण माता रानी की बहुत ही सुंदर वंदना ,सादर
ReplyDeleteसुंदर वंदना
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