जो बजा डमरू इलेक्शन का
सब नेता खेल दिखाने लगे
खुद की चतुराई पर नाज़ इतना
जनता को उल्लू बनाने लगे
कभी साइकिल पर हाथी सवार
कभी बहन भाई की अगुआई करे
कभी कमल रहा कीचड़ उछाल
जाने क्या क्या स्वाँग रचे
मंदिर - मस्जिद, राफेल,आरक्षण
सब मुद्दे ऐसे उठा रहे
हितैषी बने जनता के जो
जनता को ही ठगने लगे
झूठे वादे परोसकर
झोली वोट से भरने चले
पर भूल गये की जनता भी
शातिरों की सरताज है
खेल तुम्हारे खूब समझती
बैठी अभी चुपचाप है
आने को है वक़्त उसका
जब देगी तुम्हें जवाब वो
तब डमरू नही बजेगा डंका
क्योंकि गणतंत्र का यहाँ राज है
खुद की चतुराई पर नाज़ इतना
जनता को उल्लू बनाने लगे
कभी साइकिल पर हाथी सवार
कभी बहन भाई की अगुआई करे
कभी कमल रहा कीचड़ उछाल
जाने क्या क्या स्वाँग रचे
मंदिर - मस्जिद, राफेल,आरक्षण
सब मुद्दे ऐसे उठा रहे
हितैषी बने जनता के जो
जनता को ही ठगने लगे
झूठे वादे परोसकर
झोली वोट से भरने चले
पर भूल गये की जनता भी
शातिरों की सरताज है
खेल तुम्हारे खूब समझती
बैठी अभी चुपचाप है
आने को है वक़्त उसका
जब देगी तुम्हें जवाब वो
तब डमरू नही बजेगा डंका
क्योंकि गणतंत्र का यहाँ राज है
#आँचल
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
राजनेतिक पार्टियों की असलियत दिखा कर पोल खोलती रचना.
ReplyDeleteअच्छा लेखन.
आपको भी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिए हार्दिक आभार आदरणीय सर
Deleteसादर नमन
वाह्ह्ह.. आँचल बहुत सुंदर संदेश.. जागृति का ..पर मतदाता को इन मदारियों के पीछे नहीं रहना है।
ReplyDeleteजी दीदी जी बिल्कुल...भला मतदाता पीछे कैसे रह सकते हैं
Deleteहार्दिक आभार सादर नमन
वाह !!बहुत सुन्दर
ReplyDeleteहृदयतल से आभार आदरणीया
Deleteसादर नमन
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (27-01-2019) को "गणतन्त्र दिवस एक पर्व" (चर्चा अंक-3229) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
गणतन्त्र दिवस की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हार्दिक आभार आदरणीय सर
Deleteआपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है. https://rakeshkirachanay.blogspot.com/2019/01/106.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सर
Delete