बस यही प्रयास कि लिखती रहूँ मनोरंजन नहीं आत्म रंजन के लिए

Sunday, 27 July 2025

झूठ की ख़रीद

 

दिखाई और सुनाई देने वाला सत्य 

सदा एक आश्चर्य-सा लगता है

क्योंकि झूठ 

अब बहुत आम हो चुका है 

फिर भी हम ख़रीदने तो 

झूठ ही जाते हैं।

#आँचल 

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