बस यही प्रयास कि लिखती रहूँ मनोरंजन नहीं आत्म रंजन के लिए
दिखाई और सुनाई देने वाला सत्य
सदा एक आश्चर्य-सा लगता है
क्योंकि झूठ
अब बहुत आम हो चुका है
फिर भी हम ख़रीदने तो
झूठ ही जाते हैं।
#आँचल
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