रवि के अहम-ताप से
झुलसे मनु के मन का
मृगांक की श्वेत-प्रभा संग
अठखेलियाँ करना
ही तो उपचार है
फिर यामिनी के कृष्ण रंग को
क्यों कोसता यह संसार है?
देखो! इसी की गोद में
प्रेम का होता सुंदर विस्तार है।
#आँचल
( चित्र का श्रेय मेरी प्यारी भाभी श्रीमती पूर्णिमा मिश्रा को )