आत्म रंजन
बस यही प्रयास कि लिखती रहूँ मनोरंजन नहीं आत्म रंजन के लिए
आत्म रंजन
बस यही प्रयास कि लिखती रहूँ मनोरंजन नहीं आत्म रंजन के लिए
Thursday, 12 June 2025
रौशनी लिखो तो माने
हाँ,
लिखी होंगीं तुमने
रातों को जागकर
हज़ारों कविताएँ
पर घुप अँधेरे में
ज़रा एक बार
'रौशनी' लिखो
तो माने।
#आँचल
2 comments:
Priyahindivibe | Priyanka Pal
12 June 2025 at 20:47
सुंदर
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सुशील कुमार जोशी
19 July 2025 at 22:40
सुन्दर
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