Tuesday, 17 September 2019

कोटिक नमन नारायणी



विष्णु प्रिया हे चंचला
भुवनेश्वरी हे हिरण्मयी

वसुधारिणी हे पद्मिनी
स्वधा,सुधा,स्वाहा हो तुम
वाची,शुचि,श्रद्धा हो तुम
तुम ही तो प्रेम-प्रकाश स्रोत
माँ प्रकृति का स्वरूप तुम

वसुप्रदा हे चतुर्भुजा
करुणामयी हे यशदायिनी

कामाक्षी हे पद्मासिनी
सुरभि,विधि,क्षमा हो तुम
विद्या,विधा,वसुधा हो तुम
तुम ही तो शृंगार माँ
और दुर्जनो का संघार तुम

उदधि सुता हे अंबुजा
भृगु नंदिनी हे अंबिका

अन्नपूर्णा हे श्री,मोहिनी
रंग,राग,धर्म,ममता हो तुम
परम पुरुष की क्षमता हो तुम
कोटिक नमन नारायणी
कमल नयन की कमला हो तुम
#आँचल


12 comments:

  1. वाह!
    शानदार!
    शब्द-विन्यास और शब्द-चयन ने रचना को विशिष्ट श्रेणी की रचना में शुमार कर दिया है.
    संस्कृतनिष्ठ कोमलकांत पदावली ने कवयित्री कविता तिवारी जी द्वारा सृजित और वाचित बहुचर्चित प्रभु वंदना की याद दिला दी है.
    बहुत सुन्दर सृजन.
    बधाई एवं शुभकामनाएँ.
    लिखते रहिए

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  2. आदरणीय सर हमने तो बस छोटा सा प्रयास किया था कि हमेशा नारायण के लिए लिखती हूँ आज उनके लिए लिखूँ जो नारायण को अति प्रिय हैं पर आपने तो हमारे प्रयास को फ़र्श से अर्श पर पहुँचा दिया। आदरणीय कवयित्रि कविता दीदी जी जैसा लिख पाने का तो हम बस ख्वाब ही देख सकते हैं पर हमारी पंक्तियाँ से आपको आदरणीया कविता दीदी जी की रचना याद आयी तो इसे हम माँ भगवती नारायणी की कृपा और आपका आशीष मानेंगे।
    आदरणीय सर आपको ये बताते हुए हमे अत्याधिक गर्व महसूस हो रहा है कि हमने भी उसी स्कूल से शिक्षा ग्रहण की है जहाँ से आदरणीया कविता दीदी जी ने और इनका प्रथम परिचय हमे तब मिला था जब इन्हें स्कूल के एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था।
    आदरणीय सर आपकी उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया ने मेरी रचना का खूब मान बढ़ा दिया। बहुत बहुत आभार। सादर नमन।

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  3. आपके चयन ने आपकी रचना में चार चाँद लगा दिया!

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    1. और आपकी प्यारी सी प्रतिक्रिया ने चाँद की चाँदनी बनकर मेरी पंक्तियों की शोभा बढ़ा दी
      बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया नानी जी
      सादर नमन शुभ रात्रि

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  4. आपके शब्द चयन ने आपकी रचना में चार चाँद लगा दिया

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  5. Replies
    1. thank you so much ma'am for your lovely words
      good night sweet dreams

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  6. वाह सुंदर भक्ति भाव से पूर्ण पावन स्तुति, सुंदर शब्द विन्यास पवित्र ऋचाएं जैसे ।
    वाह वाह।

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  7. जब लिखा था तब असंतुष्ट थी की शायद अच्छा नही है पर अब आप लोगों का इतना आशीष मिल गया तो लग रहा है कि ठीक ही लिखा है। उत्साहवर्धन करती आपकी सुंदर प्रतिक्रिया हेतु हार्दिक आभार आदरणीया दीदी जी
    सादर नमन

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  8. बहुत सुंदर नारायणी वन्दना

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  9. भक्ति भाव से परिपूर्ण माता रानी की बहुत ही सुंदर वंदना ,सादर

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