इस एक संसार में रहकर
अनेक संसारों को जानने की कोशिश
और उन अनेक संसारों के प्रतिसंसार को देखने की कोशिश में रत इंसान
रच देता है फिर एक संसार
और उस संसार में फिर अनेक संसारों की रचना में लग जाते हैं कई और इंसान
और फिर यूँ ही एक संसार में रहकर अनेक संसार को जानने की कोशिश अनवरत चलती ही रहती है
पर नाकाम हो जाती है कहीं ख़ुद के संसार तक पहुँचने की कोशिश
और गुम हो जाता है कहीं वह इंसान संसारों की भीड़ में रचते हुए फिर एक नया संसार।
#आँचल
बहुत सुंदर!!!
ReplyDelete