नमस्कार 🙏
आज स्वतंत्रता दिवस की पचहत्तरवीं वर्षगाँठ के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ।
प्रार्थना है कि यह आज़ादी जो हमें प्राप्त है,जिसका हम जश्न मना रहे हैं वह सदा बनी रहे। हम अपनी सांप्रदायिक मानसिकता का त्याग करते हुए, बैरभाव का नाश करते हुए एक साथ देश के आर्थिक एवं बौद्धिक विकास हेतु प्रयासरत रहें। हमारा प्रत्येक कर्म स्वार्थ-साधना से ऊपर उठकर राष्ट्रसाधना में समर्पित हो। अपनी उपलब्धियों पर अपनी पीठ थपथपाते वक़्त हम यह न भूलें कि अभी बहुत कुछ है जो प्राप्त करना शेष है। प्रत्येक देशवासी के सर पर छत, तन पर वस्त्र और थाल में रोटी पहुँचाना शेष है।
..... और एसी प्रार्थना हम ईश्वर से नहीं देशवासियों से करते हैं क्योंकी यह सब हम देशवासियों के कर्मनिष्ठ हाथों से ही संभव है। हमें चाहिए कि हम अपनी जन-जन में भेद करनेवाली ओछी मानसिकता की दासता से मुक्त हों,जन-कल्याण की भावना को अपने अंतर में समाहित करें और विकास के पथ पर अग्रसर होते हुए विश्वभर में देश की कीर्ति पताका फहरा दें। बस यही हमारी देशसेवा कहलाएगी।
जय हिंद 🙏
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