चुपके से तितली मैं बन जाऊँ
चुपके से तितली मैं बन जाऊँ
हौले से मन के पंख फैलाऊँ
पंख फैलाकर मस्त उड़ जाऊँ
चुपके चुपके चुपके चुपके
चुपके से तितली मैं बन जाऊँ
यूँही बहारों संग बह जाऊँ
रंगो से अपने सब मन छू जाऊँ
गमो को भुलाकर फ़िर से उड़ जाऊँ
चुपके चुपके चुपके चुपके
चुपके से तितली मैं बन जाऊँ
मधुकर के संग नए रागों को गाऊँ
बागों में कुसुम संग मैं खिलखिलाऊँ
फ़िर रस को चुराकर मगन उड़ जाऊँ
चुपके चुपके चुपके चुपके
चुपके से तितली मैं बन जाऊँ
#आँचल
चुपके से तितली मैं बन जाऊँ
हौले से मन के पंख फैलाऊँ
पंख फैलाकर मस्त उड़ जाऊँ
चुपके चुपके चुपके चुपके
चुपके से तितली मैं बन जाऊँ
यूँही बहारों संग बह जाऊँ
रंगो से अपने सब मन छू जाऊँ
गमो को भुलाकर फ़िर से उड़ जाऊँ
चुपके चुपके चुपके चुपके
चुपके से तितली मैं बन जाऊँ
मधुकर के संग नए रागों को गाऊँ
बागों में कुसुम संग मैं खिलखिलाऊँ
फ़िर रस को चुराकर मगन उड़ जाऊँ
चुपके चुपके चुपके चुपके
चुपके से तितली मैं बन जाऊँ
#आँचल