tag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post3431628888842010185..comments2024-02-20T22:03:33.637-08:00Comments on आत्म रंजन : घिर घिर आओ कारे बदरवा Anchal Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-69347880764205218302018-07-25T10:38:42.602-07:002018-07-25T10:38:42.602-07:00हो मिलन फुहार बयार का पावन
गीली माटी की गंध उठे स...हो मिलन फुहार बयार का पावन <br />गीली माटी की गंध उठे सौंधी सौंधी<br />झमझम कर बाराती बौछारें आए <br />मंडप में टर्राते बैठे मेंढक मेंढकी!!!!<br /> बहुत ही मधुर काव्य प्रिय आंचल !! आपके लेखन में निरंतर निखार बहुत ही सुखद है | सस्नेह |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-72316003897757177312018-07-09T21:52:05.632-07:002018-07-09T21:52:05.632-07:00हमने तो बस प्रयास किया है दीदी जी बाकी आप सबका स्न...हमने तो बस प्रयास किया है दीदी जी बाकी आप सबका स्नेह आशीष है।<br />आपकी मनमोहक टिप्पणी और उत्साहवर्धक सराहना के लिए हृदयतल से आभारी हैं हम।<br />सादर नमन सुप्रभात शुभ दिवस 🙇Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-21057579903760072392018-07-09T21:48:54.287-07:002018-07-09T21:48:54.287-07:00जी हम उपस्थित रहेंगे हार्दिक आभार 🙇जी हम उपस्थित रहेंगे हार्दिक आभार 🙇Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-15438106448204202342018-07-09T21:47:56.133-07:002018-07-09T21:47:56.133-07:00आदरणीय सर आपने तो हमारी साधारण सी रचना की इतनी सरा...आदरणीय सर आपने तो हमारी साधारण सी रचना की इतनी सराहना कर इसका खूब मान बढ़ा दिया।और आपकी टिप्पणी ने हमारे उत्साह को भी खूब बढ़ाया इसके लिए हार्दिक आभार।<br />आपकी शुभकामनाएँ और शुभ आशीष आगे भी बनी रहे इसी कामना के साथ सादर नमन सुप्रभात शुभ दिवस 🙇Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-88425278517419318512018-07-09T19:55:49.852-07:002018-07-09T19:55:49.852-07:00बहुत सुंदरबहुत सुंदरLokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-60423039377964231342018-07-09T11:20:13.285-07:002018-07-09T11:20:13.285-07:00बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सर बस आपकी रचनाओं से प्रे...बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय सर बस आपकी रचनाओं से प्रेरित होकर हमने भी छोटा सा प्रयास किया था आपको पसंद आयी सार्थक हो गयी <br />सादर नमन शुभ रात्रि 🙇Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-71648265870367251082018-07-09T11:16:36.337-07:002018-07-09T11:16:36.337-07:00आदरणीय राधा जी हार्दिक आभार हमारी रचना को इस योग्य...आदरणीय राधा जी हार्दिक आभार हमारी रचना को इस योग्य समझने के लिए Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-67488944852308021272018-07-09T11:15:29.627-07:002018-07-09T11:15:29.627-07:00thank you so much Sir for your words
very good ni...thank you so much Sir for your words <br />very good night 🙇Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-4813985481137655992018-07-09T00:03:43.919-07:002018-07-09T00:03:43.919-07:00पड़ जाए झूला अमवा की डार पर
झूलन को आए सब सखी सहेल...पड़ जाए झूला अमवा की डार पर <br />झूलन को आए सब सखी सहेली <br />सावन का रस्ता देखें सुहागिन <br />रचाने को हाथों में तीज की मेहंदी बेहतरीन रचनाAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-11731328381168948312018-07-08T22:27:17.903-07:002018-07-08T22:27:17.903-07:00भीगे तन मन भीगे सब जन
भीगे इक इक पात डार की
अप्र...भीगे तन मन भीगे सब जन <br />भीगे इक इक पात डार की <br />अप्रतिम पंक्तियाँ kalaa shreehttps://www.blogger.com/profile/06604830837690351425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-56818456105415185282018-07-08T21:03:57.065-07:002018-07-08T21:03:57.065-07:00लोक गीत सी मनोहर सुंदर गायन शैली की अप्रतिम अभिराम...लोक गीत सी मनोहर सुंदर गायन शैली की अप्रतिम अभिराम प्रस्तुती आंचल बहुत मनभावन रचना पुरे पावस के सभी चिन्हों को काव्यात्मक ढंग से उकेरा है आपने ।<br />वाह रचना ।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-77979958017987370342018-07-08T13:44:41.764-07:002018-07-08T13:44:41.764-07:00निमंत्रण विशेष : हम चाहते हैं आदरणीय रोली अभिलाषा ...निमंत्रण विशेष : हम चाहते हैं आदरणीय रोली अभिलाषा जी को उनके प्रथम पुस्तक ''बदलते रिश्तों का समीकरण'' के प्रकाशन हेतु आपसभी लोकतंत्र संवाद मंच पर 'सोमवार' ०९ जुलाई २०१८ को अपने आगमन के साथ उन्हें प्रोत्साहन व स्नेह प्रदान करें। सादर 'एकलव्य' https://loktantrasanvad.blogspot.in/'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-69227383729491839052018-07-08T08:36:47.242-07:002018-07-08T08:36:47.242-07:00आँचलिकता की चाशनी में पगी रसमय मनमोहक रचना है आपकी...आँचलिकता की चाशनी में पगी रसमय मनमोहक रचना है आपकी आँचल जी जो बरसात के सम्पूर्ण चित्र को जीवंत करती है। क़ाबिल-ए-तारीफ़ है आपका सृजन। लिखते रहिये। बधाई एवं शुभकामनायें। <br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-5575552182199429022018-07-08T08:12:42.100-07:002018-07-08T08:12:42.100-07:00बहुत मनभावन और सरस गीत आंचलिक रंग में। बधाई और आभा...बहुत मनभावन और सरस गीत आंचलिक रंग में। बधाई और आभार!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-24969449090657015722018-07-08T08:10:42.475-07:002018-07-08T08:10:42.475-07:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (09-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (09-07-2018) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "देखना इस अंजुमन को" (चर्चा अंक-3027) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />राधा तिवारीradha tiwari( radhegopal)https://www.blogger.com/profile/09630389878761098417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2529717035707782022.post-36006533627878925752018-07-08T08:01:38.100-07:002018-07-08T08:01:38.100-07:00घनघोर बरस नव जीवन लाओ
यही बिनती सब ओर
घिर घिर आओ...घनघोर बरस नव जीवन लाओ <br />यही बिनती सब ओर <br />घिर घिर आओ कारे बदरवा <br />छाओ घटा घनघोर...<br />👌👌👌👌Worth reading. Excellent writing styleपुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.com